“Train accident compensation प्राप्त करना अब हुआ आसान! जानिए 7 चरणों में ट्रेन दुर्घटना मुआवजा क्लेम करने की प्रक्रिया, जरूरी दस्तावेज, और रेलवे क्लेम ट्रिब्यूनल की गाइडलाइन्स।”
Train accident compensation: ट्रेन दुर्घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हैं, जो न केवल जान-माल का नुकसान करती हैं, बल्कि पीड़ितों और उनके परिवारों को आर्थिक, मानसिक, और शारीरिक आघात भी देती हैं। हालांकि, भारतीय रेलवे ने ट्रेन दुर्घटनाओं के लिए मुआवजा नीति बनाई है, जिससे पीड़ितों को राहत मिल सके।
Train Accident Compensation क्या है और क्यों जरूरी है?
ट्रेन दुर्घटना के बाद पीड़ितों को न्याय और आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए भारतीय रेलवे द्वारा Train accident compensation की प्रक्रिया तय की गई है। यह मुआवजा दुर्घटना से हुए नुकसान को कम करने के उद्देश्य से दिया जाता है।
इस लेख में, हम “Train accident compensation” प्राप्त करने की प्रक्रिया को 7 आसान चरणों में समझेंगे।
1. मुआवजे का अधिकार समझें
भारतीय रेलवे अधिनियम 1989 की धारा 124 के तहत, ट्रेन दुर्घटना के कारण घायल या मृत व्यक्तियों के परिवारों को मुआवजा प्राप्त करने का अधिकार है। रेलवे क्लेम ट्रिब्यूनल (Railway Claims Tribunal) मुआवजे के मामलों को देखता है। यह मुआवजा पीड़ित की स्थिति के अनुसार अलग-अलग हो सकता है।
मुआवजे की मौजूदा राशि:
रेलवे प्रशासन द्वारा अनुग्रह राशि को सितंबर 2023 में संशोधित कर मृत्यु के लिए ₹5 लाख, गंभीर चोट के लिए ₹2.5 लाख और साधारण चोट के लिए ₹50,000 कर दिया गया। यह राशि मृत्यु के लिए ₹50,000, गंभीर चोट के लिए ₹25,000 और साधारण चोट के लिए ₹5,000 से बढ़ाई गई थी।
मुआवजे की बढ़ी हुई राशि:
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को कहा कि पश्चिम बंगाल में न्यू जलपाईगुड़ी के पास हुए रेल हादसे के पीड़ितों को बढ़ी हुई अनुग्रह राशि दी जाएगी।
केंदीय रेल मंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “पीड़ितों को बढ़ी हुई अनुग्रह राशि प्रदान की जाएगी; मृत्यु के मामले में ₹10 लाख, गंभीर रूप से घायल होने पर ₹2.5 लाख और मामूली चोटों के लिए ₹50,000।”
2. तुरंत सूचना दें
Train accident compensation क्लेम करने के लिए घटना की रिपोर्ट रेलवे अधिकारियों या स्टेशन मास्टर को तुरंत दें।
दुर्घटना के तुरंत बाद रेलवे अधिकारियों, स्टेशन मास्टर या निकटतम रेलवे पुलिस को सूचित करें। घटना की रिपोर्ट दर्ज कराना बेहद जरूरी है क्योंकि यह मुआवजा प्रक्रिया का पहला कदम है।
कैसे करें रिपोर्ट?
रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 पर कॉल करें।
जीआरपी (Government Railway Police) को घटना की जानकारी दें।
घटना स्थल पर उपस्थित गवाहों के संपर्क विवरण एकत्र करें।
3. मेडिकल प्रमाणपत्र प्राप्त करें
यदि दुर्घटना के दौरान चोट लगी है, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें और मेडिकल प्रमाणपत्र प्राप्त करें। यह प्रमाणपत्र मुआवजा दावा प्रक्रिया में सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है। Train accident compensation प्रक्रिया में इन दस्तावेजों की जरूरत होती है।
प्रमुख बिंदु:
अस्पताल द्वारा दी गई चोट की विस्तृत रिपोर्ट।
डॉक्टर की ओर से जारी फिटनेस या विकलांगता प्रमाणपत्र।
4. दावा फॉर्म भरें
मुआवजा प्राप्त करने के लिए रेलवे क्लेम ट्रिब्यूनल में दावा फॉर्म (Claim Form) भरना अनिवार्य है।
फॉर्म कहां से प्राप्त करें?
रेलवे स्टेशन के प्रशासनिक कार्यालय।
रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट।
फॉर्म में आवश्यक जानकारी:
दुर्घटना की तारीख और समय।
पीड़ित का नाम और संपर्क विवरण।
चोटों या मृत्यु से संबंधित मेडिकल दस्तावेज।
रेलवे क्लेम ट्रिब्यूनल में Train accident compensation के लिए आवेदन करते समय सही जानकारी और दस्तावेज प्रदान करें।
5. आवश्यक दस्तावेज तैयार करें
दावा प्रस्तुत करते समय निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
मेडिकल प्रमाणपत्र और बिल।
दुर्घटना की पुलिस रिपोर्ट।
टिकट की कॉपी या यात्रा का प्रमाण।
पहचान प्रमाण (आधार कार्ड, पैन कार्ड, आदि)।
मृत्यु के मामले में मृत्यु प्रमाणपत्र और वारिस प्रमाण पत्र।
यह सभी दस्तावेज Train accident compensation प्रक्रिया को तेज बनाने में मदद करेंगे।
6. रेलवे क्लेम ट्रिब्यूनल में आवेदन करें
रेलवे क्लेम ट्रिब्यूनल में जाकर या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से Train accident compensation का दावा करें।
दस्तावेजों को जमा करने के बाद, रेलवे क्लेम ट्रिब्यूनल में अपना आवेदन प्रस्तुत करें।
रेलवे क्लेम ट्रिब्यूनल क्या है?
यह एक न्यायिक संस्था है जो रेलवे से संबंधित मुआवजा मामलों की सुनवाई करती है।
फीस: मामूली आवेदन शुल्क (₹20 से ₹50)।
स्थान: नजदीकी रेलवे क्लेम ट्रिब्यूनल का पता रेलवे की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
7. मुआवजे का निपटारा करें
ट्रिब्यूनल द्वारा मामले की सुनवाई के बाद मुआवजे का निर्णय किया जाता है। यदि आवेदन सही पाया जाता है, तो मुआवजा राशि सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है।
ट्रिब्यूनल द्वारा दिए गए निर्णय के आधार पर Train accident compensation राशि सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है।
समय सीमा:
सामान्य मामलों में 6-12 महीने।
जटिल मामलों में अधिक समय लग सकता है।
ट्रेन दुर्घटना में IRCTC द्वारा मुआवजे के विशेष प्रावधान
1. IRCTC द्वारा यात्रा बीमा योजना
IRCTC ई-टिकट पर यात्रा बीमा का विकल्प देता है, जिसमें ₹10 लाख तक का बीमा कवरेज शामिल है।
2. स्थायी पूर्ण विकलांगता
आईआरसीटीसी यात्रा बीमा योजना स्थायी पूर्ण विकलांगता की स्थिति में ₹10 लाख का भुगतान करती है।
3. स्थायी आंशिक विकलांगता
आईआरसीटीसी यात्रा बीमा योजना स्थायी आंशिक विकलांगता की स्थिति में ₹7.5 लाख का भुगतान करती है।
3. अस्पताल में भर्ती होने का खर्च
आईआरसीटीसी यात्रा बीमा योजना चोट लगने पर अस्पताल में भर्ती होने के खर्च के लिए ₹2 लाख का भुगतान करती है।
4. शव का परिवहन
आईआरसीटीसी यात्रा बीमा योजना शव के परिवहन के लिए ₹10,000 का भुगतान करती है।
प्रधानमंत्री रेल कल्याण योजना:
इस योजना के तहत मुआवजा प्रक्रिया सरल और तेज हो गई है।
ऑनलाइन आवेदन की सुविधा
अब मुआवजे के लिए ऑनलाइन आवेदन भी किया जा सकता है, जिससे समय की बचत होती है।
दुर्घटना मुआवजा से जुड़ी जरूरी बातें
केवल ट्रेन से संबंधित दुर्घटनाओं के लिए मुआवजा दिया जाता है। प्लेटफॉर्म या रेलवे ट्रैक पर हुई दुर्घटनाओं को अलग श्रेणी में रखा जाता है।
रेलवे द्वारा दिए गए मुआवजे पर कर नहीं लगता।
Train Accident Compensation FAQs
प्रश्न 1: ट्रेन दुर्घटना में मुआवजा राशि कितनी होती है?
उत्तर: मृतकों के केस में अधिकतम 10 लाख रुपए और स्थायी विकलांगता के लिए अधिकतम ₹8 लाख तक का मुआवजा दिया जा सकता है।
प्रश्न 2: क्या IRCTC टिकट पर बीमा कवर मिलता है?
उत्तर: हां, ई-टिकट पर ₹10 लाख तक का बीमा कवर उपलब्ध है।
प्रश्न 3: Train accident compensation के लिए आवेदन कहां करें?
उत्तर: नजदीकी रेलवे क्लेम ट्रिब्यूनल में या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर आवेदन करें।
निष्कर्ष
ट्रेन दुर्घटना में घायल या प्रभावित व्यक्ति के लिए मुआवजा एक कानूनी अधिकार है। सही जानकारी और उचित दस्तावेजों के साथ मुआवजा पाना आसान हो सकता है। ऊपर बताए गए “Train accident compensation” के 7 चरणों का पालन करके आप इस प्रक्रिया को सरल बना सकते हैं।
अगर आपको या आपके किसी प्रियजन को ट्रेन दुर्घटना का सामना करना पड़ा है, तो समय बर्बाद न करें। तुरंत जरूरी कदम उठाएं और मुआवजे का दावा करें। आपकी जागरूकता और सही जानकारी आपके अधिकार को सुरक्षित कर सकती है।
क्या आपके पास कोई अनुभव या सवाल है? हमें कमेंट में जरूर बताएं।
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Ishwar na kare kisi ko is muavaje ki zarurat pade kyuki koi bhi muavaja us dard ko kam nahi kar sakta jo in durghatnaon ke karan prapt hota hai
आपकी बात से शतप्रतिशत सहमत हूं भैया।
Thank you very much.
अत्यंत महत्वपूर्ण जानकारी
Thanks
बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी ।
यह बहुत ही अच्छी जानकारी है
यह बहुत ही अच्छी जानकारी है
Kisi ke jaane ke bad use Insan ki Kami ko koi nahin Bhar Sakta yah 100% Satya hai Lekin use vyakti ke Parivar walon Ko kahin se bhi thodi arthik sahayata mil jaati Hai to jindagi jina thoda aasan ho jata hai 🥺🙏
Thanks
Thanks
Sarkaar ko aur high-tech trains banani chahiye jisse muavja dene ki jarurat hi na pade.
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