What is Unified Pension Scheme(UPS) 2025: एकीकृत पेंशन योजना की संपूर्ण जानकारी हिंदी में।

भारत सरकार ने 25 जनवरी 2025 को Unified Pension Scheme (UPS) से संबंधित एक महत्वपूर्ण गजट अधिसूचना CG-DL-E-25012025-260482 “भारत का राजपत्र” जारी किया है। यह योजना केंद्र सरकार के ऐसे कर्मचारियों जो कि पहले से राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली में सम्मिलित हैं के लिए 1 अप्रैल 2025 से एक विकल्प के रूप में लागू होगी। इस ब्लॉग में, हम यूनिफाइड पेंशन योजना की पूरी जानकारी, इसके फायदे, पात्रता, नियमों और शर्तों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

Unified Pension Scheme
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Disclaimer: ये ब्लॉग सिर्फ और सिर्फ एजुकेशनल और इन्फॉर्मेशनल उद्देश्य से लिखा गया है। इस योजना की अच्छाइयां, बुराइयां और इसके प्रभाव आपके व्यक्तिगत हो सकते हैं उससे लेखक का कोई वास्ता नहीं है।

Table of Contents

Unified Pension Scheme: एकीकृत पेंशन योजना(UPS) क्या है?

Unified Pension Scheme (UPS) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक ऐसी एकीकृत पेंशन योजना है, जिसका उद्देश्य केंद्र सरकार के ऐसे कर्मचारियों को एक सरल और प्रभावी पेंशन विकल्प प्रदान करना है जो कि पहले से राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS) में सम्मिलित हैं। इस योजना के तहत कर्मचारी अपनी सेवानिवृत्ति के बाद वित्तीय सुरक्षा प्राप्त कर सकेंगे और पेंशन के रूप में एक निश्चित राशि(सेवानिवृत्ति के समय मूल वेतन का 50%+DR) प्राप्त कर सकेंगे। यह योजना भारतीय रेलवे सहित सभी केंद्र सरकार विभागों के कर्मचारियों के लिए एक समान रूप से विकल्प के तौर पर लागू होगी।

Unified Pension Scheme (UPS): एकीकृत पेंशन योजना की मुख्य विशेषताएं

1. लागू होने की तिथि:

यह योजना केंद्रीय कर्मचारियों के लिए 1 अप्रैल 2025 से विकल्प के तौर पर लागू होगी।

2. गजट अधिसूचना:

भारत सरकार और वित्त मंत्रालय ने 25 जनवरी 2025 को इस योजना से संबंधित “भारत का राजपत्र” गजट नोटिफिकेशन जारी किया।

3. पात्रता:

केवल केंद्र सरकार के ऐसे नियमित कर्मचारी इस योजना के पात्र होंगे जो पहले से राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) में सम्मिलित हैं।

यह योजना विकल्प के तौर पर लागू की जाएगी, यानी कर्मचारी चाहें तो इसे चुन सकते हैं अथवा NPS में बने रह सकते हैं।

Unified Pension Scheme(UPS) के अंतर्गत अन्य पात्रताएँ निम्नलिखित हैं

  • यदि कोई कर्मचारी 10 वर्ष की सेवा करने के पश्चात सेवानिवृत्त होता है तो सेवानिवृत्ति के तारीख से।
  • ऐसे कर्मचारी जिनपर केंद्रीय सिविल सेवा( वर्गीकरण, नियंत्रण और अपील) नियम-1965 के अंतर्गत कोई दंड अथवा आरोप नहीं है को सरकार द्वारा सेवानिवृत्त करने के मामले में सेवानिवृत्ति के तारीख से।
  • ऐसे कर्मचारी जिन्होंने न्यूनतम अर्हक सेवा 25 वर्ष पूर्ण करने के पश्चात सेवानिवृत्त हो रहे हैं तो सेवानिवृत्ति की तारीख से।

4. अपात्रता:

सेवा से हटाने या बर्खास्तगी या कर्मचारी के इस्तीफे के मामले में सुनिश्चित भुगतान का विकल्प उपलब्ध नहीं होगा। और ऐसे मामलों में कर्मचारी UPS के लिए अपात्र होगा तथा उसके लिए एकीकृत पेंशन योजना का विकल्प लागू नहीं होगा।

5. वित्तीय सुरक्षा:

UPS का मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद नियमित आय प्रदान करना है।

6. अपरिवर्तनीय:

Unified Pension Scheme(UPS) यानि एकीकृत पेंशन प्रणाली के विकल्प का चयन एक बार कर लेने के पश्चात इसे परिवर्तित नहीं किया जा सकता है।

Unified Pension Scheme: एकीकृत पेंशन योजना(UPS ) के फायदे

(I) Unified Pension Scheme (UPS) के अंतर्गत सुनिश्चित पेंशन का भुगतान ups की अधिसूचना में उल्लिखित निम्नलिखित शर्तों के अधीन होगा।

  1. पूर्ण सुनिश्चित भुगतान की दर सेवानिवृत्ति से तुरंत पहले के 12 महीनों के मासिक औसत मूल वेतन की 50% होगी। जो कि न्यूनतम 25 वर्ष की अनिवार्य सेवा के पश्चात देय होगा। यहां पर ध्यान देने योग्य बात यह है कि 12 महीनों का औसत मासिक मूल वेतन आपके अंतिम मूल वेतन से कम होगा क्योंकि पिछले कुछ महीनों का मूल वेतन आपके एक इंक्रीमेंट पहले का होगा।
  2. न्यूनतम 10 वर्ष की सेवा कर लेने के पश्चात सेवानिवृत्त होने पर प्रतिमाह 10000 रुपये का न्यूनतम गारंटीयुक्त पेंशन निश्चित रूप से मिलेगी।
  3. 10 वर्ष से ऊपर किन्तु 25 वर्ष से कम की सेवा के मामले में पेंशन के रूप में आनुपातिक भुगतान किया जाएगा जिसका वर्णन ब्लॉग में आगे किया गया है।
  4. योग्यतानुसार निर्धारित पेंशन पर सामयिक मंहगाई राहत के भुगतान का भी प्रावधान किया गया है।
  5. न्यूनतम 25 वर्ष की अर्हक सेवा के पश्चात कर्मचारी की स्वैक्षिक सेवानिवृत्ति के मामले में पेंशन का भुगतान उसी तारीख से प्रारंभ होगा जिस तारीख को कर्मचारी सेवा में रहते हुए स्वैक्षिक सेवानिवृत हो रहा है।

(II) सेवानिवृत्ति के पश्चात यदि पेंशन धारक की मृत्यु हो जाती है तो इस मामले में पेंशन धारक के नॉमिनी को धारक के स्वीकृत भुगतान का 60% पेंशन के रूप में भुगतान किया जाएगा। अर्थात यदि किसी पेंशन धारक की पेंशन 50000 है तो उसकी मृत्यु के पश्चात उसके कानूनी रूप से वारिस को 50000 का 60% यानी 30000 प्रतिमाह फैमिली पेंशन के रूप में प्रदान किया जाएगा।

(III) न्यूनतम अनिवार्य सेवा के प्रत्येक पूर्ण छह महीने के लिए मासिक परिलब्धियों(मूल वेतन+महंगाई भत्ता) की 10% की दर से सेवानिवृत्ति पर एकमुश्त भुगतान की अनुमति दी जाएगी। यह एकमुश्त भुगतान, सुनिश्चित पेंशन भुगतान की मात्रा को प्रभावित नहीं करेगा। इसी मुद्दे पर आप सभी लोग सबसे ज्यादा सशंकित होंगे, परेशान मत होइए मैं इसकी विस्तृत व्याख्या करके आगे की हेडिंग में आपको बता दूंगा।

(IV) Unified Pension Scheme: एकीकृत पेंशन प्रणाली विकल्प के अंतर्गत कार्पस दो निधियों को मिलाकर बनेगा। अर्थात:-

(a) व्यक्तिगत कार्पस(बेंचमार्क कार्पस):

कर्मचारी के अंशदान और उसी के बराबर केंद्र सरकार के अंशदान के साथ एक व्यक्तिगत कार्पस। इसमें कर्मचारी के मूल वेतन का 10% प्रतिमाह कर्मचारी के वेतन से कटौती करके तथा कर्मचारी के मूल वेतन का 10% केंद्र सरकार के योगदान को मिलाकर एक व्यक्तिगत कार्पस बनेगा। और यही कार्पस बेंचमार्क कार्पस कहलाएगा।

(b) पूल कार्पस:

इसमें केंद्र सरकार के अतिरिक्त अंशदान(कर्मचारी के मूल वेतन का 8.5%) के साथ एक पूल कार्पस बनेगा। इसमें ध्यान देने योग्य बात ये है कि मूल कार्पस पर केवल सरकार का नियंत्रण होगा। कर्मचारी का इससे कोई लेना देना नहीं है। यह कार्पस मुख्य रूप से एकीकृत पेंशन योजना विकल्प के अंतर्गत सुनिश्चित भुगतान की सहायता के लिए है। अर्थात, यदि किसी कर्मचारी के सुनिश्चित पेंशन भुगतान की रकम की पूर्ति उसके व्यक्तिगत कार्पस से नहीं हो पा रही है तो उसकी पूर्ति के लिए सरकार पूल कार्पस का प्रयोग करेगी। आशा करता हूं कि ये बात आप समझ गए होंगे।

(V) इसमें वे कर्मचारी भी शामिल हो सकते हैं जो इस योजना के लागू होने के पहले सेवानिवृत्त हो चुके हैं कीमत विकल्प के तौर पर UPS का चयन करते हैं। इसके लिए PFRDA टॉप-अप राशि उपलब्ध कराने के लिए एक तंत्र का निर्धारण करेगा।

स्पष्टीकरण: इस अधिसूचना के प्रयोजन हेतु मूल वेतन में निजी प्रैक्टिस के बदले चिकित्सा अधिकारी को दिया गया गैर-प्रैक्टिसिंग भत्ता शामिल है।

(VI) यह योजना पूर्णरूप से वैकल्पिक है अर्थात पूर्व कर्मचारी, वर्तमान कर्मचारी, या भविष्य आने वाले कर्मचारी अपनी स्वेच्छा से इस योजना का विकल्प चुन सकते हैं या NPS में बने रह सकते हैं।

(VII) मिसिंग यानी छूटे हुए अंशदानों के लिए उपयुक्त मूल्य का निर्धारण पेंशन निधि विनियामक और विकास प्राधिकरण(PFRDA) द्वारा तय किया जाएगा। और ऐसे अंशदानों का निवेश पीएफआरडीए द्वारा परिभाषित “डिफॉल्ट पैटर्न” के अनुसार किया जाएगा।

नोट:- निवेश का “डिफॉल्ट पैटर्न” वो पैटर्न होगा जो पीएफआरडीए तय करेगा तथा “व्यक्तिगत/स्वैक्षिक पैटर्न वो पैटर्न होगा जो कर्मचारी तय करेगा।

व्यक्तिगत या स्वैक्षिक निवेश पैटर्न अपनाने पर व्यक्तिगत कार्पस, बेंचमार्क कार्पस और पूल कार्पस अलग अलग परिभाषित हो जाते हैं।

(VIII) यदि कोई कर्मचारी व्यक्तिगत कार्पस में निवेश के विकल्प का प्रयोग नहीं करता है तो स्वतः निवेश का “डिफॉल्ट पैटर्न” लागू होगा।

सेवानिवृत्ति पर सुनिश्चित पेंशन के अतिरिक्त एकमुश्त भुगतान की प्रक्रिया

एकमुश्त भुगतान( lump sum payment) ka फार्मूला:

एकमुश्त राशि = 1/10×(औसत मासिक वेतन+DA)×L(पूर्ण छः महीनों की संख्या)

Unified Pension Scheme(UPS): एकीकृत पेंशन प्रणाली में सुनिश्चित पेंशन के अतिरिक्त एकमुश्त भुगतान (lump sum payment) प्रदान करने की व्यवस्था निम्नलिखित विधियों द्वारा तय की गई गई, जिन्हें हम स्टेप बाय स्टेप जानेंगे।

“न्यूनतम अनिवार्य सेवा के प्रत्येक पूर्ण छह महीने के लिए मासिक परिलब्धियों(मूल वेतन+महंगाई भत्ता) की 10% की दर से सेवानिवृत्ति पर एकमुश्त भुगतान की अनुमति दी जाएगी। यह एकमुश्त भुगतान, सुनिश्चित पेंशन भुगतान की मात्रा को प्रभावित नहीं करेगा।” को सरल भाषा में कुछ उदाहरणों से समझने की कोशिश करते हैं:-

1. मान लेते हैं दीपक की सेवानिवृत्ति के समय अर्हक सेवा 10 वर्ष पूर्ण( पूर्ण छः महीनों की संख्या 20) हुई है और उसका 12 महीनों का औसत मासिक वेतन 45000 रुपए है और मंहगाई भत्ता 53% है। अब दीपक का मंहगाई भत्ता के साथ कुल औसत मासिक वेतन 45000+53%of 45000=68850 हुआ। अतः UPS के एकमुश्त राशि भुगतान के फार्मूले के अनुसार दीपक को सेवानिवृत्ति के समय मिलने वाली एकमुश्त राशि(Lump Sum Amount)-

1/10× 68850×20=137700 रुपए होगी।

अर्थात दीपक को 45000 बेसिक 53%DA और कुल 10 वर्ष की सेवा के आधार पर रिटायरमेंट के समय lumpsum अमाउंट के रूप में केवल 137700 रूपये मिलेंगे।

2. मान लिया रमेश जो कि 15 वर्ष की सेवा पूर्ण करने के पश्चात सेवानिवृत्त होता है जिसका औसत मासिक वेतन, DA, और सेवानिवृत्ति तारीख same (दीपक की) है तो एकमुश्त भुगतान राशि के फार्मूले के अनुसार रमेश को उसके सेवानिवृत्ति के समय एकमुश्त राशि(Lumpsum Amount) के रूप में 206550 रुपए प्राप्त होंगे।

3. मान लिया कुशल जो कि बहुत जल्दी नौकरी प्राप्त कर लिया था और सेवानिवृत्ति के समय उसने कुल 35 वर्ष की सेवा पूर्ण कर लिया था। बाकी अन्य चीजों को समान रूप से रखते हुए कुशल को उसके रिटायरमेंट के समय एकमुश्त राशि के रूप में 481950 रुपए मिलेंगे।

आप लोग भी औसत मासिक मूल वेतन, DA/DR, कुल सेवा अवधि, के आधार पर एकमुश्त भुगतान राशि के फार्मूले का प्रयोग करके एकमुश्त भुगतान राशि(Lumpsum Amount) की गणना कर सकते हैं। यदि कोई संदेह या सुझाव है तो कृपया कमेंट करके जरूर बताएं।

Unified Pension Scheme(UPS) की स्वीकार्य सुनिश्चित मासिक पेंशन की भुगतान विधि उदाहरण के साथ

UPS की पेंशन भुगतान विधि को समझने के लिए मुख्य पांच शर्तों/स्तंभों को जानना जरूरी है।

  1. किसी कर्मचारी की सेवानिवृत्ति से पहले 12 मासिक औसत मूल वेतन 45,000 रुपए(P के रूप में चिन्हित है) है।
  2. कर्मचारी के पास 25 वर्ष(300 महीने) या उससे अधिक(Q के रूप में चिन्हित) की अर्हक सेवा(अंशदान के महीनों की संख्या के आधार पर) है।
  3. कर्मचारी के सभी अंशदान नियमित रूप से जमा किए गए हैं और जमा में कोई चूक नहीं हुई है।
  4. कर्मचारी ने निवेश का “डिफॉल्ट पैटर्न” चुना है।
  5. कर्मचारी ने कोई आंशिक निकासी नहीं की है।

UPS सुनिश्चित पेंशन भुगतान का फार्मूला:

सुनिश्चित पेंशन भुगतान = P/2× Q/300× IC/BC

जहां P= मासिक औसत मूल वेतन(45000) है।

Q= न्यूनतम अर्हक सेवा 25 वर्ष(300माह)।

IC= Individual Corpus( estimated 5000000)

BC= Benchmark Corpus(estimated 5000000)

अब उपरोक्त फार्मूले के आधार पर अलग परिदृश्यों में उदाहरण के तौर पर सुनिश्चित पेंशन भुगतान को समझेंगे।

परिदृश्य -1 अगर कर्मचारी उपरोक्त सभी पांचों मुख्य शर्तों को पूरा करता है तो-

सुनिश्चित पेंशन भुगतान = P/2× Q/300× IC/BC यानि सुनिश्चित पेंशन भुगतान = (45000/2)× (300/300)× (5000000/5000000) = 22500 रुपए में लागू मंहगाई राहत(DR) जोड़कर। अगर आज DR, 53% है तो 22500+22500×53%= 34425 रुपए प्रतिमाह कुल पेंशन के रूप में मिलेंगे।

नोट:- इस मामले में सुनिश्चित भुगतान पूर्ण सुनिश्चित भुगतान के बराबर होता है।

परिदृश्य-2 अगर कर्मचारी शर्त संख्या 2 को छोड़कर बाकी सभी शर्तों को पूरा करता है, और कर्मचारी के पास 15 साल(180 महीने) की अर्हक सेवा है तो-

  • सेवानिवृत्ति पर कर्मचारी के व्यक्तिगत कार्पस का मूल्य 3000000(IC) रुपए है
  • बेंचमार्क कार्पस का मूल्य 3000000(BC) रुपए है तो

कर्मचारी का सुनिश्चित पेंशन भुगतान = P/2× Q/300× IC/BC यानि सुनिश्चित पेंशन भुगतान = (45000/2)× (180/300)× (3000000/3000000) = 13500 रुपए में लागू मंहगाई राहत(DR) जोड़कर। अगर आज DR, 53% है तो 13500+13500×53%= 20655 रुपए प्रतिमाह कुल पेंशन के रूप में मिलेंगे।

परिदृश्य 3. कर्मचारी शर्त 2 को छोड़कर बाकी सभी शर्तों को पूरा करता है। कर्मचारी के पास 10 साल(120 महीने) की अर्हक सेवा है।

  • सेवानिवृत्ति पर कर्मचारी के व्यक्तिगत कार्पस का मूल्य 2500000 रुपए(10000 यूनिट IC के रूप में चिन्हित) है।
  • बेंचमार्क कार्पस का मूल्य 2500000 रूपये(10000 यूनिट BC के रूप में चिन्हित) है।

कर्मचारी का सुनिश्चित पेंशन भुगतान = P/2× Q/300× IC/BC यानि सुनिश्चित पेंशन भुगतान = (45000/2)× (120/300)× (2500000/2500000) = 9000 रुपए।

जिसे 10000 रुपए के न्यूनतम सुनिश्चित पेंशन भुगतान के साथ साथ लागू लागू मंहगाई राहत(DR) जोड़कर बढ़ाया जाएगा। अगर आज DR, 53% है तो 10000+10000×53%= 15300 रुपए प्रतिमाह कुल पेंशन के रूप में मिलेंगे।

परिदृश्य 4. कर्मचारी 2 और 5 शर्त को छोड़कर अन्य तीन शर्तों को पूरा करता है।

कर्मचारी ने आंशिक निकासी की है और 10 साल(120 महीने) की अर्हक सेवा है।

  • सेवानिवृत्ति पर कर्मचारी के व्यक्तिगत कार्पस का मूल्य 2200000 रुपए(8800 यूनिट IC के रूप में चिन्हित) है।
  • बेंचमार्क कार्पस का मूल्य 2500000 रूपये(10000 यूनिट BC के रूप में चिन्हित) है।

कर्मचारी का सुनिश्चित पेंशन भुगतान = P/2× Q/300× IC/BC यानि सुनिश्चित पेंशन भुगतान = (45000/2)× (120/300)× (2200000/2500000) = 8800 रुपए।

इस केस में चूंकि कर्मचारी ने आंशिक निकासी की थी इसलिए उसका व्यक्तिगत कार्पस बेंचमार्क कार्पस से 300000 रूपये कम है। अब अगर कर्मचारी पूल कार्पस में घटी हुई रकम को जमा नहीं करता है तो उसे मासिक पेंशन के रूप में 8800 प्लस मंहगाई राहत मिलेगी।

परिदृश्य 5. कर्मचारी शर्त 3 को छोड़कर अन्य सभी शर्ते पूरी करता है।

अर्थात कर्मचारी ने सभी अंशदान नियमित रूप से जमा नहीं किया है।

  • सेवानिवृत्ति पर कर्मचारी के व्यक्तिगत कार्पस का मूल्य 4500000 रुपए(9000 यूनिट IC के रूप में चिन्हित) है।
  • बेंचमार्क कार्पस का मूल्य 5000000 रूपये(10000 यूनिट BC के रूप में चिन्हित) है।जमा में हुई चूक के लिए औसत अंशदान को ध्यान में रखते हुए बेंचमार्क कार्पस तैयार किया गया है।

कर्मचारी का सुनिश्चित पेंशन भुगतान = P/2× Q/300× IC/BC यानि सुनिश्चित पेंशन भुगतान = (45000/2)× (300/300)× (4500000/5000000) = 20250 रुपए।

अगर आज DR, 53% है तो 20250+20250×53%= 30982 रुपए प्रतिमाह कुल पेंशन के रूप में मिलेंगे।

परिदृश्य 6. कर्मचारी ने शर्त 4 को छोड़कर अन्य सभी शर्तों को पूरा किया और व्यक्तिगत कार्पस में निवेश विकल्पों का चयन किया और व्यक्तिगत कार्पस का मूल्य बेंचमार्क कार्पस से अधिक है।

  • सेवानिवृत्ति पर कर्मचारी के व्यक्तिगत कार्पस का मूल्य 5500000(11000 यूनिट IC ) रुपए है
  • बेंचमार्क कार्पस का मूल्य 5000000(10000 यूनिट BC) रुपए है तो

कर्मचारी का सुनिश्चित पेंशन भुगतान = P/2× Q/300× IC/BC यानि सुनिश्चित पेंशन भुगतान = (45000/2)× (300/300)× (5000000/5000000) = 22500 रुपए में लागू मंहगाई राहत(DR) जोड़कर। अगर आज DR, 53% है तो 13500+13500×53%= 31450 रुपए प्रतिमाह कुल पेंशन के रूप में मिलेंगे।

विशेष नोट: उपरोक्त सभी गणनात्मक परिदृश्यों से यह स्पष्ट होता है कि यदि कर्मचारी व्यक्तिगत कार्पस में निवेश के विकल्प का चयन करता है और

  • यदि कर्मचारी का व्यक्तिगत कार्पस का मूल्य बेंचमार्क कार्पस के मूल्य से कम है तो उसे व्यक्तिगत कार्पस के मूल्य की भरपाई करनी होगी नहीं तो उसे आनुपातिक रूप से कम पेंशन मिलेगी।
  • यदि कर्मचारी का व्यक्तिगत कार्पस का मूल्य बेंचमार्क कार्पस के मूल्य से अधिक है तो उसे परिदृश्य 6 के अनुसार ही पेंशन मिलेगी। अधिसूचना में कहीं भी सेवानिवृत्ति के समय अथवा कर्मचारी की मृत्यु के पश्चात व्यक्तिगत कार्पस के वापस करने की बात नहीं कही गई है।

यदि आप केंद्र सरकार के कर्मचारी हैं, तो इस योजना के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करें और यह तय करें कि यह आपके लिए सही विकल्प है या नहीं।

निष्कर्ष

Unified Pension Scheme (UPS) भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो केंद्र सरकार के कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है। यह योजना सुनिश्चित पेंशन और एकमुश्त भुगतान के साथ कर्मचारियों को एक स्थिर और सुरक्षित भविष्य प्रदान करने के उद्देश्य से बनाई गई है। UPS का विकल्प चुनना पूरी तरह से स्वैच्छिक है, जिससे कर्मचारी अपनी आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं के आधार पर निर्णय ले सकते हैं। UPS के तहत दी गई सुविधाएं और शर्तें पेंशन प्रणाली को अधिक पारदर्शी, लचीला और लाभकारी बनाती हैं।

यह योजना विशेष रूप से उन कर्मचारियों के लिए फायदेमंद है जो एक निश्चित मासिक पेंशन और अतिरिक्त वित्तीय लाभ चाहते हैं। हालांकि, यह आवश्यक है कि योजना में शामिल होने से पहले कर्मचारी सभी नियम और शर्तों को भली-भांति समझ लें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q1. Unified Pension Scheme (UPS) कब से लागू होगी?

उत्तर: UPS योजना 1 अप्रैल 2025 से केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए विकल्प के रूप में लागू होगी।

Q2. Unified Pension Scheme में कौन शामिल हो सकता है?

उत्तर: इस योजना में वे केंद्र सरकार के नियमित कर्मचारी शामिल हो सकते हैं, जो पहले से राष्ट्रीय पेंशन योजना (NPS) में सम्मिलित हैं।

Q3. UPS के तहत पेंशन कैसे तय होगी?

उत्तर: सेवानिवृत्ति के समय अंतिम 12 महीनों के औसत मूल वेतन का 50% + महंगाई राहत (DR) के रूप में पेंशन दी जाएगी।

Q4. UPS में एकमुश्त भुगतान कैसे होता है?

उत्तर: UPS में न्यूनतम अनिवार्य सेवा के प्रत्येक छह महीने के लिए मासिक वेतन (मूल वेतन + DA) का 10% एकमुश्त भुगतान के रूप में प्रदान किया जाता है।

Q5. क्या यह योजना सभी के लिए अनिवार्य है?

उत्तर: नहीं, यह योजना पूरी तरह वैकल्पिक है। कर्मचारी चाहें तो इसे चुन सकते हैं या NPS में बने रह सकते हैं।

Q6. यदि कोई कर्मचारी सेवा से हटाया जाता है तो क्या वह UPS का लाभ ले सकता है?

उत्तर: नहीं, यदि कर्मचारी सेवा से हटाया जाता है, बर्खास्त किया जाता है या इस्तीफा देता है, तो वह UPS के लिए अपात्र होगा।

Q7. UPS के तहत फैमिली पेंशन का प्रावधान क्या है?

उत्तर: पेंशन धारक की मृत्यु के बाद, उनके नॉमिनी को मासिक पेंशन का 60% फैमिली पेंशन के रूप में मिलेगा।

Q8. क्या पूर्व सेवानिवृत्त कर्मचारी भी UPS का विकल्प चुन सकते हैं?

उत्तर: हां, पूर्व सेवानिवृत्त कर्मचारी UPS का विकल्प चुन सकते हैं। इसके लिए एक टॉप-अप राशि का प्रावधान है जिसे PFRDA द्वारा निर्धारित किया जाएगा।

Q9. क्या UPS के तहत निवेश के लिए कोई विकल्प है?

उत्तर: हां, कर्मचारी “डिफॉल्ट पैटर्न” या “व्यक्तिगत/स्वैच्छिक पैटर्न” में से किसी एक को चुन सकते हैं। यदि कोई विकल्प नहीं चुना गया तो “डिफॉल्ट पैटर्न” स्वतः लागू होगा।

Q10. UPS का मुख्य उद्देश्य क्या है?

उत्तर: UPS का मुख्य उद्देश्य केंद्र सरकार के कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद सुनिश्चित पेंशन और वित्तीय स्थिरता प्रदान करना है।

अगर आपके पास UPS से संबंधित कोई और प्रश्न हैं, तो कृपया कमेंट करें या अपनी शंकाओं को साझा करें। हम आपके सवालों का जवाब देने के लिए तत्पर हैं।

20 thoughts on “What is Unified Pension Scheme(UPS) 2025: एकीकृत पेंशन योजना की संपूर्ण जानकारी हिंदी में।”

  1. Durgesh Kumar Pandey

    शानदार आर्टिकल सरोज जी, आम जनमानस को बहुत सरल भाषा में आपने उदाहरण सहित समझा दिया।बेहतरीन पहल

  2. UPS puri tarah se ekdum bakwas hai.
    Kisi bhi tarah se ye karmchariyon ke hit me nahi hai.

  3. UPS स्कीम से संबंधित कई प्रकार के मन सवाल था लेकिन आज आपके पोस्ट के माध्यम से सभी डॉट क्लियर हो गए। आपने बहुत ही सरल शब्दों में एग्जांपल के साथ एक्सप्लेन किए है। बहुत बहुत धन्यवाद सर 🙏🙏

  4. रमेश कुमार

    आपका पोस्ट पढ़ कर अच्छा लगा।

  5. Vishal kumar

    ONLY OPS IS THE SOLUTION FOR OLD AGE.
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  6. Pawan Kumar

    बहुत ही सुंदर और सरल भाषा में और सटीकता से आपने छोटी से छोटी बातों को समझा दिया धन्यवाद

  7. Pawan Kumar

    बहुत ही सुंदर और सरल भाषा में सारी चीजों को आपने सटीकता से समझा दिया बहुत-बहुत धन्यवाद

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