
Places to Visit in Sarnath: सारनाथ, वाराणसी से केवल 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है। यह स्थान न केवल बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए बल्कि हर किसी के लिए एक अद्भुत यात्रा का अनुभव प्रदान करता है। भगवान बुद्ध ने यहां अपना पहला धर्मोपदेश दिया था, जिससे यह स्थान बौद्ध धर्म के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक बन गया।
अगर आप सारनाथ घूमने की योजना बना रहे हैं, तो यह लेख आपको Places to Visit in Sarnath के बारे में पूरी जानकारी देगा।
1. धमेख स्तूप (Dhamek Stupa)
धमेख स्तूप सारनाथ का सबसे प्रसिद्ध और ऐतिहासिक स्थल है। इसे 249 ईसा पूर्व सम्राट अशोक द्वारा बनवाया गया था। यह स्तूप भगवान बुद्ध द्वारा दिए गए पहले धर्मोपदेश की याद में बनाया गया था।
यह Places to Visit in Sarnath की सूची में सबसे ऊपर है।
मुख्य आकर्षण:
स्तूप पर intricate नक्काशी
शांत और पवित्र वातावरण
क्यों जाएं:
यह स्थान बौद्ध धर्म के इतिहास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
2. सारनाथ संग्रहालय (Sarnath Museum)
सारनाथ संग्रहालय भारत का सबसे पुराना पुरातात्विक संग्रहालय है। यहां आपको सारनाथ और भगवान बुद्ध से जुड़ी दुर्लभ मूर्तियां, अवशेष, और अन्य ऐतिहासिक वस्तुएं देखने को मिलेंगी।
मुख्य आकर्षण:
अशोक स्तंभ का सिंह शीर्ष (भारत का राष्ट्रीय प्रतीक)। यह सारनाथ के प्रमुख Places to Visit in Sarnath में से एक है।
भगवान बुद्ध की मूर्तियां
क्यों जाएं:
भारतीय इतिहास और संस्कृति को करीब से जानने का मौका मिलता है।
नोट– इस संग्रहालय में मोबाइल और फोटोग्राफी पर सख्त प्रतिबंध है।
3. मूलगंध कुटी विहार (Mulagandha Kuti Vihar)
मूलगंध कुटी विहार एक सुंदर और भव्य बौद्ध मंदिर है। इसे 1931 में महाबोधि सोसाइटी द्वारा बनवाया गया था। यहां भगवान बुद्ध की एक विशाल मूर्ति है और दीवारों पर उनके जीवन के चित्रण देखे जा सकते हैं। यह सारनाथ के आर्कियोलॉजिकल गार्डन में अशोक स्तंभ के निकट स्थित है।
यह सारनाथ के प्रसिद्ध Places to Visit in Sarnath में से एक है।
मुख्य आकर्षण:
बुद्ध के जीवन की पेंटिंग्स
प्रतिदिन शाम को प्रार्थना और ध्यान
क्यों जाएं:
ध्यान और आत्मिक शांति प्राप्त करने के लिए यह एक आदर्श स्थान है।
4. अशोक स्तंभ (Ashoka Pillar)
सम्राट अशोक द्वारा निर्मित अशोक स्तंभ सारनाथ के गौरवशाली इतिहास का प्रतीक है। इस स्तंभ का ऊपरी भाग सिंह शीर्ष के रूप में है, जो भारत का राष्ट्रीय प्रतीक भी है।
मुख्य आकर्षण:
स्तंभ की कलाकृति और ऐतिहासिक महत्व
क्यों जाएं:
यह भारतीय इतिहास के गौरव को करीब से महसूस करने का स्थान है।
5. चौखंडी स्तूप (Chaukhandi Stupa): सीता की रसोइया।
चौखंडी स्तूप सारनाथ का एक और प्रमुख स्थल है। यह स्थान भगवान बुद्ध के सारनाथ आगमन को चिन्हित करता है।
मुख्य आकर्षण:
स्तूप की वास्तुकला
यहां से दिखाई देने वाला सुरम्य दृश्य
क्यों जाएं:
यह स्थान इतिहास प्रेमियों के लिए एक अनमोल खजाना है। धार्मिक मतावलंबियों और क्षेत्रवासियों के अनुसार इसे सीता की रसोइया भी कहा जाता है।
6. जापानी मंदिर (Japanese Temple)
सारनाथ में स्थित जापानी मंदिर बौद्ध धर्म की जापानी शैली की वास्तुकला का अद्भुत उदाहरण है। यह मंदिर विश्व शांति स्तूप के एकदम समीप स्थित है।
मुख्य आकर्षण:
जापानी भिक्षुओं द्वारा प्रार्थना
शांत वातावरण
क्यों जाएं:
आध्यात्मिकता का अनुभव करने के लिए।
7. थाई मंदिर (Thai Temple)
थाई मंदिर थाईलैंड की वास्तुकला और बौद्ध धर्म का एक सुंदर मिश्रण है। यह स्थान सुकून और शांति के लिए आदर्श है।
मुख्य आकर्षण:
खूबसूरत उद्यान और बौद्ध मूर्ति
प्रार्थना का वातावरण
क्यों जाएं:
यह स्थान फोटोग्राफी और ध्यान के लिए उत्तम है।
8. हिरण उद्यान (Deer Park): मिनी जू
हिरण उद्यान सारनाथ का एक और आकर्षण है। यह वही स्थान है जहां भगवान बुद्ध ने अपने पांच शिष्यों को पहला उपदेश दिया था।
मुख्य आकर्षण:
प्राकृतिक सुंदरता
ध्यान और योग के लिए आदर्श स्थान
क्यों जाएं:
यह स्थान प्रकृति और इतिहास प्रेमियों के लिए एकदम सही है। इस उद्यान में अनेकों प्रकार के पक्षी, मगरमच्छ, रंग बिरंगी मछलियां, घड़ियाल, शाही, हिरन एवं बारहसिंगा उपलब्ध हैं मुख्यरूप से आकर्षण का केंद्र बने रहते हैं।
9. श्री दिगंबर जैन मंदिर (Digambar Jain Temple)
यह मंदिर बौद्ध धर्म के साथ-साथ जैन धर्म के अनुयायियों के लिए भी महत्वपूर्ण है।
मुख्य आकर्षण:
जैन तीर्थंकर की मूर्तियां
शांत वातावरण
क्यों जाएं:
यह जैन धर्म के अनुयायियों और वास्तुकला प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र है।
10. सारंगनाथ मंदिर(भगवान शिव जी के साले साहब का मंदिर)
सारंगनाथ मंदिर वाराणसी के सारनाथ क्षेत्र में सारनाथ रेलवे स्टेशन निकट स्थित है। क्षेत्रीय लोगों के अनुसार यह मंदिर भगवान शिव जी के साले साहब सारंगनाथ जी को समर्पित है। मंदिर के सामने एक प्राचीन विशालकाय कुंड भी स्थापित किया गया है जिसमें अनेकों प्रकार की बड़ी बड़ी मछलियां और कछुए निवास करते हैं और दर्शनार्थियों द्वारा प्रतिदिन इन्हें देखने के लिए भीड़ लगी रहती है।
11. विश्व शांति स्तूप (Vishwa Shanti Stupa)
सारनाथ में स्थित विश्व शांति स्तूप शांति और भाईचारे का प्रतीक है। यह जापानी बौद्ध भिक्षुओं द्वारा बनवाया गया था। यह मंदिर सारनाथ रेलवे स्टेशन के समीप सारंगनाथ मंदिर के पास स्थित है।
इस मंदिर के गोलाई क्षेत्र में चारों दिशाओं में भगवान बुद्ध की अलग अलग मुद्राओं में प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं, जो कि सबसे अधिक आकर्षण का केंद्र हैं।
क्यों जाएं:
यह सारनाथ के प्रमुख Places to Visit in Sarnath में से एक है।
मुख्य आकर्षण:
शांति का वातावरण
स्तूप की अद्वितीय संरचना
12. भगवान बुद्ध की विशालकाय खड़ी प्रतिमा (Standing Buddha Statue)
यह 80 फीट ऊंची प्रतिमा भगवान बुद्ध की करुणा और शांति का प्रतीक है। यह सारनाथ संग्रहालय के सामने ही स्थित है।
क्यों जाएं:
यह जगह Places to Visit in Sarnath में खास महत्व रखती है। यह जगह Places to Visit in Sarnath में खास महत्व रखती है।
मुख्य आकर्षण:
प्रतिमा की भव्यता और उसके चारों ओर का शांतिपूर्ण वातावरण
13. तिब्बती मंदिर (Tibetan Temple)
Tibetan Temple तिब्बती वास्तुकला का बेहतरीन उदाहरण है। यह मंदिर ध्यान और साधना के लिए आदर्श स्थान है।
मुख्य आकर्षण:
मंदिर की अनूठी सजावट
तिब्बती प्रार्थना चक्र
14. चाइनीज मंदिर (Chinese Temple)
यह मंदिर चीन के बौद्ध अनुयायियों द्वारा बनवाया गया है और उनकी संस्कृति को दर्शाता है।
क्यों जाएं:
यह मंदिर आपको बौद्ध धर्म की वैश्विक झलक देता है।
मुख्य आकर्षण:
चीनी स्थापत्य कला
15. स्वर्वेद मंदिर (Swarved Mahamandir)
यह मंदिर विशाल और भव्य है, जो वेदों और ध्यान को समर्पित है।
क्यों जाएं:
यह सारनाथ के आध्यात्मिक Places to Visit in Sarnath में से एक है। इस मंदिर की भव्यता और विशालता अप्रतिम है दर्शक यहां जाकर भावविभोर एवं मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। यह मंदिर सारनाथ से 5 किलोमीटर की दूरी पर वाराणसी गाजीपुर मुख्यमार्ग पर स्थित है।
मुख्य आकर्षण:
मंदिर की भव्य संरचना, यह सारनाथ के आध्यात्मिक Places to Visit in Sarnath में से एक है।
ध्यान कक्ष
16. Places to Visit in Sarnath: विभिन्न मठ और आश्रम (Monasteries and Ashrams)
सारनाथ में कई देशों के बौद्ध मठ और आश्रम हैं, जैसे थाईलैंड, जापान और तिब्बत के मठ।
क्यों जाएं:
यहां आप विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं का अनुभव कर सकते हैं।
मुख्य आकर्षण:
प्रत्येक मठ की अनूठी वास्तुकला
17.बौद्ध शिक्षा केंद्र तिब्बती विश्वविद्यालय
सारनाथ में बौद्ध शिक्षा का केंद्र तिब्बती विश्वविद्यालय के रूप में स्थित है, जहां कोई भी छोटा या बड़ा प्रवेश लेकर भगवान बुद्ध के बारे में ज्ञान प्राप्त कर सकता है और अकादमिक प्रमाणपत्र ले सकता है।
इसके अलावा भी सारनाथ में ज्ञान प्राप्ति के लिए बहुत से केंद्र स्थापित किए गए हैं।
18.सारनाथ मंदिर
यह मंदिर बौद्ध धर्म का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। यहाँ पर एक विशाल बुद्ध प्रतिमा स्थित है, जो समर्पण और शांति का प्रतीक है। मंदिर में बौद्ध धर्म के अनुयायी ध्यान और पूजा अर्चना करते हैं।
19.आर्कियोलॉजिकल गार्डन
यह स्थान बौद्ध काल के अवशेषों से भरा हुआ है, जिसमें प्राचीन स्तूप, मंदिर, और मठ शामिल हैं। यहाँ की खुदाई में मिले अवशेष बौद्ध धर्म के इतिहास को समझने में मदद करते हैं। गार्डन का वातावरण शांति और ध्यान के लिए उपयुक्त है।
20.धम्म चक्क प्रवर्तन
यह वह ऐतिहासिक स्थान है जहां भगवान बुद्ध ने अपने पहले उपदेश में “मध्यमार्ग” का संदेश दिया था। यह उपदेश बौद्ध धर्म के मूल सिद्धांतों को प्रसारित करता है और जीवन में संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता को बताता है।
सारनाथ आज भी बौद्धों और इतिहास प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थल है, जो भारत के धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
यात्रा टिप्स (Travel Tips)
1. कैसे पहुंचें:
रेलवे: वाराणसी जंक्शन से सारनाथ लगभग 10 किलोमीटर दूर है। भारत के किसी भी स्थान से रेलवे मार्ग द्वारा आसानी से सारनाथ वाराणसी पहुंचा जा सकता है। सारनाथ रेलवे स्टेशन पर भी अनेकों गाड़ियों का ठहराव दिया गया है। रेल मार्ग द्वारा सारनाथ पहुंचने के आप IRCTC पर गाड़ियों की जानकारी ले सकते हैं और अपनी यात्रा योजना के अनुसार टिकट बुक कर सकते हैं।
सड़क: राज्य और देश के किसी भी कोने से वाराणसी के चौधरी चरण सिंह अंतरराज्यीय बस अड्डा पहुंचा जा सकता है।
वहां से सारनाथ तक टैक्सी या ऑटो से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
हवाई यातायात: विश्व के किसी भी कोने से यहां आने के हवाई यातायात उपलब्ध है। आप लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बाबतपुर उतरकर वहां से टैक्सी से सुगमतापूर्वक सारनाथ पहुंच सकते हैं। यह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बाबतपुर से लगभग 22 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
2. कब जाएं:
अक्तूबर से मार्च का समय सारनाथ घूमने के लिए सबसे उपयुक्त है।
3. समय दें:
सारनाथ के सभी स्थानों को देखने के लिए एक दिन पर्याप्त है।
निष्कर्ष
Sarnath Varanasi एक ऐसा स्थान है जो इतिहास, धर्म, और आध्यात्मिकता का अनूठा मिश्रण है। इस लेख में बताए गए Top 10 Places to Visit in Sarnath आपकी यात्रा को यादगार बनाने के लिए पर्याप्त हैं। अगर आप भारतीय संस्कृति, बौद्ध धर्म, और इतिहास को करीब से समझना चाहते हैं, तो सारनाथ आपकी लिस्ट में जरूर होना चाहिए।
आपकी यात्रा शुभ हो!
Very good post
Very beautiful places to cool our mind and soul.
Nice
Good information
✌
Very nice information.
इतनी अद्भुत अलौकिक जानकारी देने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद 🙏👍
Nice place to visit.
बहुत सुंदर
एक बार हम भी देखने गए थे
Thank you very much sir
Thanks
Thanks
Thanks
Thanks bhaiya
Thanks
Thanks bhaiya
Thanks sir
Nice information sir 🙏🙏
thank you dhirender ji
बनारस दर्शन देव दर्शन जय हो
बहुत ही अच्छी जानकारी
धन्यवाद !
Thank you bhaiya